कविताओं के अंत ने हमेशा मुझे मारा है — रवि यादव की कविताएँ
खोए सूरजमुखी का गीत — हर्ष राज कुमार की कविताएँ
अपने भीतर एक पाँव पर खड़ा हूँ — नीरज की कविताएँ
चिड़िया उदास है — जगतारजीत की कविताएँ
हम अर्थशास्त्र की भाषा में प्रेम कर रहे थे — गुंजन उपाध्याय पाठक की कविताएँ
एक-सी आग लगी है पूरी दुनिया में — ललन चतुर्वेदी की कविताएँ
मन की परतों को उघाड़ती कहानियाँ
ताइवान के प्रति जिज्ञासा और प्रेम जगाती कविताएँ
मूनलाइट, स्वयं की ख़ोज
अलीगढ़ – रूढ़ियों और सामाजिक पाखंड की सच्ची तस्वीर
हस्तकला शिल्प और तकनीक का सहास्तित्व
भोगे हुए यथार्थ के दुःख की नींव में हमेशा एक चिंगारी होती है - (अक्करमाशी, शरणकुमार लिंबाले)