Mar 12Hindiहे ईश्वर, हमें अर्थपूर्ण संघर्ष दो / निशांत कौशिक की कविताएँ हे ईश्वर, हमें अर्थपूर्ण संघर्ष दो और उचित उदासी हमें सदैव लंपट खुशियों से बचाना और मूर्खतापूर्ण करुणा से